": गायत्री मंत्र :"

ॐ भूर्भुवः स्वः ।

तत्सवितुर्वरेण्यं।

भर्गो देवस्य धीमहि।

धियो यो नः प्रचोदयात्।



🙏🙏 सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ।

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ।



शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाएं हम,

विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम ।

शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाएं हम,

विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम ।

हाँ, विद्या का वरदान तुम्हीं से पाए हम ।

तुम्ही से है आगाज़ तुम्हीं से अंजाम प्रभु,

करते है हम शुरु आज का काम प्रभु ।

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु ।


गुरुओं का सत्कार कभी न भूले हम,

इतना बनें महान गगन को छु ले हम ।

गुरुओं का सत्कार कभी न भूले हम,

इतना बनें महान गगन को छु ले हम ।

हाँ, इतना बनें महान गगन को छु ले हम ।

तुम्हीं से है हर सुबह तुम्ही से शाम प्रभु,

करते है हम शुरु आज का काम प्रभु ।

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु



सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु

करते हैं हम शुरु आज का काम प्रभु 🙏🙏🤲🤲।